1. शरीर का मटैबलिज़म बढाए– यह शरीर में समाए ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करती है, जिससे कैलोरी को बर्न करने में मदद मिलती है।
2. एंटीऑक्सीडेंट- शरीर में फ्री रैडिकल्स होने के नाते हमारी खून की नसे क्षतिकग्रस्त होती रहती है। शिमला मिर्च में विटामिन ए और सी होता है जो कि बहुत ही पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को हार्ट अटैक, ओस्टीपुरोसिस, अस्थमा और मोतियाबिंद से लड़ने में सहायता करता है।
3. कैंसर से बचाए- यह डीएनए को कार्सिनोजेन के साथ बंधने से छुड़ाता है। यह कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करती है।
2. एंटीऑक्सीडेंट- शरीर में फ्री रैडिकल्स होने के नाते हमारी खून की नसे क्षतिकग्रस्त होती रहती है। शिमला मिर्च में विटामिन ए और सी होता है जो कि बहुत ही पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को हार्ट अटैक, ओस्टीपुरोसिस, अस्थमा और मोतियाबिंद से लड़ने में सहायता करता है।
3. कैंसर से बचाए- यह डीएनए को कार्सिनोजेन के साथ बंधने से छुड़ाता है। यह कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करती है।
4. दर्द निवारक- इसमें एक तत्व पाया जाता है, जो कि माना जाता है कि वह दर्द को त्वचा से स्पाइनल कॉर्ड तक जाने से रोक देती है। इसे प्रभावशाली तरीके से दाद, नसों के दर्द के इलाज आदि में प्रयोग किया जा सकता है।
5. शक्ति बढाए- इसमें विटामिन सी होता है इसलिये यह वाइट सेल को इंफेक्शन से लड़ने में उत्तेजित करती है। इससे इम्मूयन सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही शिमला मिर्च सास संबन्धि समस्याएं जैसे फेफड़े का इंफेक्शन, अस्थमा आदि से बचाव करती है।
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